सरकार द्वारा वर्तमान में शिक्षा प्रणाली को बेहतर और सशक्त बनाने के लिए नए नियमों को लागू किया गया है जिसके तहत सभी अध्यनरत छात्र-छात्राओं को एक आईडी बनानी होगी जिसे अपार आईडी का नाम दिया गया है। सरकार द्वारा जारी किए गए नए नियमों के अनुसार जिन भी विद्यार्थियों के पास यह आईडी नहीं होगी वह आगे की पढ़ाई नहीं कर पाएंगे। अपार आईडी कार्ड भारत सरकार द्वारा जारी किया गया डिजिटल एजुकेशन सिस्टम को मजबूत करने की एक यूनिक तरीका है और इस यूनिक डिजिटल पहचान पत्र भी कहा जाता है जिसमें विद्यार्थी की अपनी पढ़ाई से संबंधित संपूर्ण आवश्यक दस्तावेज एवं जानकारी उपलब्ध होती है।
अपार आईडी कार्ड एक 12 अंकों का यूनिक आईडी कार्ड होता है इसका उपयोग शिक्षा के क्षेत्र में विद्यार्थियों के रिकॉर्ड रखने के लिए सुरक्षित माना जाएगा यदि कोई छात्र एवं छात्राएं बोर्ड कक्षा में यानी किसी भी कक्षा में स्कॉलरशिप या डिग्री प्राप्त कर रहा है तो इस आईडी कार्ड के माध्यम से संपूर्ण जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।