Heavy Rain Compensation वर्तमान में देश भर में वर्षा ऋतु चल रही है जिसके कारण मानसून पूरे भारतवर्ष में सक्रिय हैं और कहीं जगह पर कम बारिश तो कहीं जगह पर अत्यधिक बारिश हो रही है जिसके कारण लोगों को अनेक प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। देश के अधिकांश देशों में अत्यधिक बारिश के कारण बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। और नागरिकों को अनेक प्रकार का नुकसान हुआ है इस नुकसान की भरपाई हेतु सरकार द्वारा उन्हें मुआवजा देने की घोषणा की गई है जिससे उनका आर्थिक सहायता मिलेगी और जीवन यापन सरल होगा।
सरकार द्वारा सहायता हेतु टोल फ्री नंबर 1077 जारी किए गए हैं जिसके तहत जिन जिलों में अधिक बारिश हुई है उसमें आप इस टोल फ्री नंबर पर कॉल करके सहायता हेतु अपील कर सकते हैं राजस्थान के 31 जिलों में इस बार सामान्य से अधिक बारिश हुई है जिसके कारण लोगों को अनेक प्रकार का नुकसान झेलना पड़ रहा है कुछ स्थानों पर बाढ़ के कारण लोगों के घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं तथा फैसले खराब हो गई है। इन सभी समस्याओं को देखते सरकार द्वारा मुआवजा देने की घोषणा की है और बाढ़ से बचाव एवं राहत गतिविधियों के लिए सरकार द्वारा सभी जिलों में बाढ़ नियंत्रण का स्थापित किए गए हैं।
नुकसान की भरपाई के लिए मिलेगा 4 लाख का मुआवजा
इस बार देशभर में बारिश सामान्य से अधिक हुई है जिसके कारण राजस्थान के अनेक जिलों में बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं उनमें लोगों के बचावे तो नियंत्रण कक्ष भी स्थापित किए गए हैं और संभाग स्तरीय जिला मुख्यालय के लिए सरकार द्वारा 20-20 लख रुपए एवं अन्य जिलों के लिए 10-10 लाख की अग्रिम राशि भी स्वीकृत कर दी है। एवं राज्य सरकार द्वारा प्रत्येक जिले में एसडीआरएफ की कंपनी में भी तैयार कर दी गई है जिससे बारिश के कारण नागरिकों का बचाव किया जाए जिन भी क्षेत्र में भारी बारिश से आम नागरिकों को नुकसान हुआ है उनके नुकसान की भरपाई के लिए सरकार द्वारा मुआवजा देने की घोषणा की गई है।
और सरकार द्वारा प्राकृतिक आपदा से मृत्यु होने पर प्रत्येक व्यक्ति के लिए ₹400000 की सहायता की घोषणा की गई है। और जिन लोगों के मकान बाढ़ के कारण पूरे टूट गए हैं और बिखर गए हैं उन्हें 120000 की आर्थिक सहायता दी जाएगी और जिन किसानों की दुधारू पशुओं की आनी हुई है उन्हें 37500 प्रति पशु एवं अधिकतम तीन और छोटे दुधारू पशुओं के लिए ₹4000 प्रति पशु एवं अधिकतम 30000 की राशि देने का ऐलान किया गया है। सरकार का यह मानना है कि इस राशि से उन पशुओं को और वही आने को वापस सही तो नहीं कर सकते बल्कि जीवन में आने वाली समस्याओं को तो कम कर सकते हैं जिसके कारण लोगों का जीवन यापन सरल बना रहेगा।
खराब फसल पर भी मिलेगा मुआवजा
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जिन भी नागरिकों की फसल खराब हुई है उनके लिए भी सरकार द्वारा एक राहत की खबर जारी की है और असिंचित क्षेत्र में 33% या उससे अधिक फसल खराब होने पर पड़ती हेक्टर ₹8500 एवं सिंचित क्षेत्र में 33% या उससे अधिक फसल की खराब होने पर सरकार द्वारा ₹17000 की आर्थिक सहायता प्रदान की जा रही है। और बहू वर्षीय फसलों में 33% या उससे अधिक फसल खराब होने पर उन्हें प्रति हैक्टर ₹22500 की तत्काल राशि सहायता के रूप में उपलब्ध करवाई जा रही है। यह कार्य राज्य आपदा मोर्चा फोर्स के अंतर्गत किया जा रहा है।