Railway Ticket Checker भारतीय रेलवे में टिकट निरीक्षक, जिसे आमतौर पर टीसी (Ticket Checker) कहा जाता है, एक अहम भूमिका निभाता है। इसका मुख्य दायित्व यह सुनिश्चित करना होता है कि सभी यात्री अधिकृत टिकट के साथ यात्रा कर रहे हैं। टिकट चेकर ट्रेनों या रेलवे स्टेशनों पर मौजूद रहकर यात्रियों के टिकटों की जांच करता है और बिना टिकट यात्रा करने वालों से जुर्माना वसूलता है या उन्हें निर्धारित प्रक्रिया के तहत अगले स्टेशन पर उतार दिया जाता है।
यदि आप भी एक स्थायी और प्रतिष्ठित नौकरी की तलाश में हैं तो टिकट चेकर बनना आपके लिए एक शानदार अवसर हो सकता है। इस पद के माध्यम से न केवल आप रेलवे के महत्वपूर्ण तंत्र का हिस्सा बनते हैं, बल्कि यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा सुनिश्चित करने में भी योगदान देते हैं। नीचे इस पद से संबंधित विस्तृत जानकारी दी जा रही है।
रेलवे टिकट चेकर की मुख्य जिम्मेदारियां
- रेलवे टिकट चेकर की जिम्मेदारियाँ न केवल यात्रियों की सुविधा से जुड़ी होती हैं बल्कि वह रेलवे के नियमों के सही पालन और सुरक्षा के लिए भी जवाबदेह होते हैं।
- यात्रियों के पास वैध टिकट है या नहीं, इसकी जांच करना।
- फर्जी या बिना टिकट यात्रा कर रहे लोगों से जुर्माना वसूलना और उचित रिकॉर्ड तैयार करना।
- रिक्त सीटों की उपलब्धता के अनुसार प्रतीक्षा सूची या RAC यात्रियों को सीट आवंटित करना।
- रेलवे के राजस्व में वृद्धि हेतु अतिरिक्त किराया और दंड की वसूली करना।
- यात्रियों को सीट ढूंढने में सहायता करना और वरिष्ठ नागरिकों, दिव्यांगों एवं महिलाओं की सहायता करना।
- किसी भी आपत्तिजनक गतिविधि की सूचना तत्काल रेलवे सुरक्षा बल (RPF) को देना।
- यात्री सामान की जाँच करना और अधिक वजन पर नियम के अनुसार शुल्क लेना।
- यात्रियों को रेलवे नियमों और सुरक्षा संबंधी दिशा-निर्देशों के प्रति जागरूक करना।
रेलवे टिकट चेकर बनने के लिए योग्यता
- रेलवे टिकट चेकर पद के लिए उम्मीदवार को कुछ निर्धारित मानदंडों को पूरा करना होता है:
- न्यूनतम आयु 18 वर्ष और अधिकतम 30 वर्ष होनी चाहिए (आरक्षित वर्गों को नियमानुसार छूट)।
- उम्मीदवार भारतीय नागरिक होना चाहिए।
- शैक्षणिक योग्यता के रूप में मान्यता प्राप्त बोर्ड से 10वीं या 12वीं कक्षा उत्तीर्ण होना आवश्यक है।
- उम्मीदवार को मेडिकल फिटनेस टेस्ट पास करना अनिवार्य है, जिसमें देखने और सुनने की क्षमता भी सामान्य होनी चाहिए।
चयन प्रक्रिया एवं वेतनमान
रेलवे बोर्ड द्वारा इस पद हेतु समय-समय पर भर्तियाँ निकाली जाती हैं। उम्मीदवारों को सबसे पहले ऑनलाइन आवेदन करना होता है, उसके बाद कंप्यूटर आधारित परीक्षा आयोजित की जाती है। परीक्षा में सफल उम्मीदवारों को दस्तावेज़ सत्यापन के लिए बुलाया जाता है और उसके बाद मेडिकल परीक्षण होता है।
मेडिकल और प्रशिक्षण प्रक्रिया पूर्ण होने के पश्चात नियुक्ति दी जाती है। प्रारंभिक वेतन 7वें वेतन आयोग के तहत लेवल 3 के अनुसार होता है, जिसमें महंगाई भत्ता, मकान किराया भत्ता, यात्रा भत्ता आदि शामिल होते हैं। अनुभव बढ़ने के साथ वेतनमान में भी बढ़ोत्तरी होती है।